WhatsApp एक नया फीचर “Guest Chats” लाने की तैयारी कर रहा है, जिसके जरिए यूज़र्स उन लोगों से भी चैट कर सकेंगे जिनके पास WhatsApp अकाउंट नहीं है। हालांकि यह फीचर अभी डेवलपमेंट स्टेज में है और बीटा वर्ज़न तक नहीं पहुंचा है।
लेकिन इस फीचर को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुविधा जहां बातचीत को और आसान बनाएगी, वहीं साइबर सुरक्षा के खतरे भी बढ़ा सकती है। Palo Alto Networks के चीफ़ सिक्योरिटी ऑफ़िसर हैदर पाशा ने कहा कि यह फीचर हमलावरों को अपनी पहचान छिपाने और फर्जी लिंक भेजने का ज्यादा मौका देगा, जिससे सोशल इंजीनियरिंग अटैक बढ़ सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बिना अकाउंट के हमलावर आसानी से दूसरों का रूप धारण कर सकते हैं, जिससे भरोसे का स्तर कमज़ोर हो सकता है। दूसरी ओर, Kaspersky के वरिष्ठ सुरक्षा कंसल्टेंट अहमद अशरफ़ का मानना है कि गेस्ट चैट लिंक सिर्फ़ वेरिफाइड WhatsApp अकाउंट से ही जेनरेट होगा और Meta के पास ऐसे यूज़र्स की जानकारी रहेगी, जिससे दुरुपयोग करने वालों को रिपोर्ट और ब्लॉक करना आसान होगा।
हालांकि जोखिम इस बात पर निर्भर करेगा कि WhatsApp गेस्ट चैट विंडो में यूज़र की प्रोफ़ाइल और नंबर दिखाता है या छुपाता है। सुरक्षा विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि यूज़र्स दो-स्तरीय सुरक्षा (Two-factor authentication) का इस्तेमाल करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, अपनी प्रोफ़ाइल की विज़िबिलिटी को सीमित रखें और अज्ञात व्यक्तियों से निजी जानकारी साझा न करें।
इसके अलावा, रिपोर्ट और ब्लॉक का विकल्प भी इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेषज्ञों ने यह सुझाव भी दिया है कि WhatsApp को ऐसी सुविधा देनी चाहिए जिससे यूज़र्स किसी भी गेस्ट चैट सेशन को अपनी इच्छा से समाप्त (revoke) कर सकें, जैसे किसी लिंक्ड डिवाइस को अनलिंक किया जाता है।




