भारतीय एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट ने INR65.21bn ($886m) के ऋण के साथ दिवालिएपन के लिए दायर किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित प्रमुख बैंक कंपनी के लेनदारों में से हैं। गो फर्स्ट के वित्तीय लेनदारों में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, ड्यूश बैंक और आईडीबीआई बैंक शामिल हैं। एयरलाइन ने सरकार की आपातकालीन क्रेडिट गारंटी योजना के तहत INR1.29bn का ऋण भी लिया है। रिपोर्टों के मुताबिक, वाडिया समूह ने पिछले 15 महीनों में एयरलाइन में करीब 3 अरब रुपये का निवेश किया है।
👉GoFirst ने वित्तीय संकट के कारण दिवालिएपन के लिए आवेदन किया है।
👉 एयरलाइन पर वित्तीय लेनदारों का 6,521 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे प्रमुख बैंक शामिल हैं।
👉 GoFirst पर लगभग विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस जितना कर्ज है।
👉 सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा पर GoFirst पर 1,300 करोड़ रुपये का कर्ज है, जबकि IDBI बैंक पर 50 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है।
👉 एक्सिस बैंक के पास एयरलाइन के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट ऑफ सैंक्शन है, लेकिन लोन के विवरण का पता नहीं है।
👉GoFirst ने सरकार की इमरजेंसी क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत 1,292 करोड़ रुपए का कर्ज भी लिया था।
👉 वाडिया ग्रुप ने पिछले 15 महीनों में एयरलाइन में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
👉 गोफर्स्ट के दिवालिया होने की खबर के बाद सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों असर देखा जा सकता है।